आग सीने मेँ है तुम तपन देखते हो।
वो खाली दिल तुम बदन देखते हो।
क्यूँ परेशां हैँ मेरी आंखेँ दीदार को,
हर्फ तौले हुए हैँ और तुम वज़न देखेते हो....
वो खाली दिल तुम बदन देखते हो।
क्यूँ परेशां हैँ मेरी आंखेँ दीदार को,
हर्फ तौले हुए हैँ और तुम वज़न देखेते हो....